फ्रांस में कोई साक्षर नहीं था
क्रान्ति तो जनता करती है
नेता कार्यकर्ता आते जाते
रहते हैं
आए हैं
जाएंगे
पत्ता साफ होगा सबका
एक एक का जमानत
हजम कर देगी जनता
जिन में राजनीतिक चेतना ना हो
वो सड़क पर आएंगे ही नहीं
जो सड़क पर आ रहे हैं
वो सब का नेतृत्व कर रहे
धीरे धीरे पहाड़ में भी लोग हिम्मत करेंगे
अभी तक प्रत्येक बार यही तो हुवा
तिरहुतिया फ़ौज ने प्रत्येक बार
पृथ्वी नारायण को हराया
एक नहीं प्रत्येक
राणा शासन ख़त्म हुवा मधेस में
निर्दल गिरा धनुषा के यदुकुहा में
नाम ही शहीदनगर हो गया
उस क्रांति के प्रथम शहीद
कामेश्वर कुशेश्वर
संघीयता बीपी मदन के
शब्दावली में ही नहीं
लेकिन मधेसी के ओठ ओठ पर
लोकतंत्र दिया
गणतंत्र दिया सब दिया
अब आर्थिक क्रांति भी देगी
ये मधेस
जय मधेस
बिगुल फुंका जा रहा है