Thursday, December 17, 2015

बिगुल फुक दो

बिगुल फुक दो
दुनिया को पता चले
ये आर कि पार की लड़ाई है

आर्यभट्ट ने शुन्य दिया
उस पर आज सारी दुनिया टिकी हुवी है
बुद्ध ने दुनिया को दिया पहला गणतंत्र
वही सारे दुनिया का भविष्य है
हमारे तिरहुतिया फ़ौज ने बक्सा
पृथ्वी नारायण का जान
अशोकाका चक्र तिरंगा में फहराता
सीता पर बहुत हुवा अन्याय
उस पर हम राजा जनक के दरबार में
फरियाद करेंगे
हिमाल से गंगा तक फिर फैलेंगे हम

फुक दो
शंखघोष करो
कि दुनिया को पता चले




विद्या के जनकपुर विवाह पंचमी तांडव नृत्य के बाद

विद्या के जनकपुर विवाह पंचमी तांडव नृत्य के बाद जिन मधेसियोंको अधिकार से मतलब नहीं था या अभी भी कोई खास नहीं हैं वो भी अब जग गए हैं, कि ये तो अकल्पनीय अनर्थ हो गया। ये क्या हो गया? जनकपुर सारे मधेसकी राजधानी है पुर्व से पश्चिम तक। राजनीतिक और सांस्कृतिक राजधानी।

सारे देशका ८०% राजस्व संकलन वीरगंज में होती है तो सारे देशकी राजधानी वीरगंज क्यों नहीं हो सकती? अब सोंचने का समय आ गया है।