मधेस अलग देश: अब एक मात्र गोल, एक मात्र लक्ष्य
मधेसके गाओं गाओं में शहर शहर में टोल टोल में कस्बे कस्बे में जब १५ दिन के लिए एक स्पष्ट नारे के साथ जुलुस निकल जाती है तो मधेस अलग देश के घोषणा के बाद दिल्ली को उस देशको मान्यता देने के लिए जगह बन जाती है। एक बार दिल्ली ने अलग देश का मान्यता दे दिया और राजदुत आदान प्रदान की प्रक्रिया शुरू हो गयी तो पर्वते सेना प्रहरी सब neutralize हो जायेंगे।
ये हिंसा के लिए आह्वान नहीं है ---- ये स्वतंत्रता के लिए आह्वान है।
मधेसके गाओं गाओं में शहर शहर में टोल टोल में कस्बे कस्बे में जब १५ दिन के लिए एक स्पष्ट नारे के साथ जुलुस निकल जाती है तो मधेस अलग देश के घोषणा के बाद दिल्ली को उस देशको मान्यता देने के लिए जगह बन जाती है। एक बार दिल्ली ने अलग देश का मान्यता दे दिया और राजदुत आदान प्रदान की प्रक्रिया शुरू हो गयी तो पर्वते सेना प्रहरी सब neutralize हो जायेंगे।
ये हिंसा के लिए आह्वान नहीं है ---- ये स्वतंत्रता के लिए आह्वान है।