एक बार गुजरातके मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदीसे पुछा गया कि वो ये क्यों कहते हैं कि अगर फिजीके इंडियन के प्रति विभेद हो और ओ भारत आना चाहें तो आ सकते हैं ----- तो मोदीने जवाब दिया, उल्टे प्रतिप्रश्न किया: "तो वो जाएंगे कहाँ?"
भुटानमें तराई नहीं है। उधरका तराई भारतमें है। १८१६ और १८६० में ब्रिटिश ने तराईको, मधेशको काठमाण्डुके शासकोको दे दिया। ब्रिटिश लोगोका बपौती सम्पत्ति तो था नहीं कि दे देता। दिया। तभी से अभी तक काठमाण्डुके शासक वर्गने मधेशको उपनिवेश बना के रखे हुआ है।
अब तो आर कि पार कि लडाइ है। या तो मधेसीको न्यायपूर्ण संघीयता और समानता मिलेगी, या तो देश टुट जाएगी।
पाकिस्तानमें और बंगलादेशमें हिन्दुको दिक्कत है। श्री लंकामें तमिल को दिक्कत है। नेपालमे मधेसीको दिक्कत है। इस बात पर मोदी विचार करें। फिजीके इंडियन के बारे में मोदी वाफिक हैं, नेपालके इंडियन के बारे में वाफिक हैं कि नहीं?
जिस मोदीको अमरीका ने आम सभा सम्बोधन करने से नहीं रोका, उस मोदी को काठमाण्डु के शासक वर्ग जनकपुर में आम जनताको सम्बोधन करने से रोक रही है। इस बात को मोदी समझने की कोशिश करें।
बॉबी जिन्दल कल अमरीका का राष्ट्रपति बन सकता है, लेकिन वो इंडियन है, उनको इंडियन ओरिजिन कहा जाता है। ब्रिटिश लोगोने अपने बापका संपत्ति काठमाण्डु के शासकोको सुपुर्द नहीं किया। वो मधेश स्वतंत्र भारतका हिस्सा होना था। नेपालके जितने मधेसी हैं, जितने थारु हैं सबके सब बॉबी जिन्दल की तरह इंडियन हैं। बॉबी जिन्दल भी तो अमरीकी नागरिक है।
मोदी नेपालके इंडियन को पहचानने का प्रयास करें। हम मधेसी हैं, आपके परोसी हैं। वामदेव गौतम के लिए सीके राउत और नरेंद्र मोदी में कोई फर्क नहीं है।
वामदेवले मोदीलाई मदिसे भनेको?