Tuesday, November 04, 2014

कांग्रेस-एमालेका बाहुनको उल्लु कुरा

English: Election logo of Nepali Congress.
English: Election logo of Nepali Congress. (Photo credit: Wikipedia)
यस्तो छ ७ प्रदेशको खाका (पूर्ण पाठ) सत्ता गठबन्धनको प्रस्ताव
  • उल्लु कुरा १: "कांग्रेस-एमालेले प्रधानमन्त्री निर्वाचित भएको दुई बर्ष सम्म अविश्वासको प्रस्ताव ल्याउन नपाइने प्रावधानसहितको शासकीय स्वरुप प्रस्ताव गरेका छन् । कार्यकारी प्रमुख प्रधानमन्त्री प्रतिनिधि सभाको एकल बहुमत प्राप्त वा अन्य दलको समर्थनमा बुहमत प्राप्त दलका नेता या यी दुवै अवस्था नभएमा प्रतिनिधिसभामा सवैभन्दा बढी सदस्यहरु भएका दलको नेता हुने छ ।" अर्थात, अल्पमतको प्रधान मंत्री! कहीं नभएको जात्रा हाँडी गाउँमा! संसदले चुनेको प्रधान मन्त्रीलाई संसदले जति बेला इच्छा लाग्यो त्यति बेला अविश्वासको प्रस्ताव ल्याउन पाउने हो। 
  • उल्लु कुरा २: "प्रतिनिधिसभा १६५ सदस्य हुनेछ भने राष्ट्रिय सभा ७५ सदस्य हुने प्रस्ताव छ । प्रतिनिधिसभाको निर्वाचन प्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणालीबाट र राष्ट्रिय सभामा प्रत्येक प्रदेशबाट पुर्ण समानुपातिक सिद्धान्तको आधारमा १०/१० जना सदस्यहरु निर्वाचित हुनेछन् ।" मधेशमाथि उपनिवेश कायम राख्ने सपना देखेको?
"बैठकपछि बाहिरिएका एमाओवादी अध्यक्ष पुष्पकमल दाहालले कांग्रेस-एमालेको प्रस्तावमा संघीयताको गन्ध नआएको प्रतिक्रिया दिए । 'कांग्रेस-एमालेको प्रस्तावमा संघीयताको गन्ध छैन,' उनले भने, 'यो पाँच विकास क्षेत्रलाई ७ बनाएको भनेर बुझ्दा पनि हुन्छ, १४ अञ्चललाई ७ बनाएको भनेर बुझे पनि हुन्छ ।'"

निर्दलीय प्रजातन्त्र र कांग्रेस-एमालेका बाहुनको संघीयता! उस्तै उस्तै हो।

Counter Proposal To The Nepali Congress
तीनै समुह (तराईका मधेसी, पहाडका जनजाति र काँग्रेस-एमालेका बाहुन) ख़ुशी पार्ने फोर्मुला: तीन राज्य, २५ प्रदेश


मोदीका स्थल मार्गसे जनकपुर आना: बहुत बड़ी बात है ये

Politician Number One: Modi

इसी बहाने भिट्ठामोड-जनकपुर सडक बन जाए। भारतके किसी प्रधान मंत्रीने आज तक जनकपुरको इतना सम्मान नहीं दिया। पटनासे जनकपुर तक रहने वाले लोग एक ही हैं (one people) ये message मोदी देना चाह रहे हैं। Modi is the most exciting politician on the planet right now. लालु कभी जनकपुर नहीं आए, नीतिश नहीं आए, मोदी जनकपुर आ गए।

मोदी ये कुछ दुसरे किस्मका आदमी है। ये जो politician कहते हैं, ये उस category के लोग नहीं हैं ये। भारतमें ही नहीं, नेपालमे भी, मधेशमें भी आर्थिक क्रान्ति यही करेंगे। India को तो fastest growing economy on the planet तो बनाएंगे ही, हाथी के पैर में नाव (नेपाल) बाँध दो, नैया पार कर लेगी।

बारह बिघा मैदान में आम जनताको सम्बोधन करना -- ये बड़े high level की बात है।

Via Santosh Bhagat
श्री नरेन्द्र मोदी का जनकपुर आना निश्चित, बाह्रविघा में नागरिक सम्बोधन ........

जनकपुर, कार्तिक १७ । भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी का अगहन ९ गते को जनकपुर आना निश्चित हो गया है ।

नेपाल के लिए भारत के राजदूत रञ्जित राय ने सोमवार को धनुषा, महोत्तरी और सर्लाही के सभासद एवं बुद्धिजीवियो से भेटभाट में यह जानकारी दी है । राजदूत रञ्जित राय ने कहा कि प्रधानमन्त्री मोदी माता जानकी का दर्शन के लिए स्थल मार्ग से ही जनकपुर आऐंगे । सीमावर्ती क्षेत्र भीठामोड होते हुए प्रधानमन्त्री मोदी जनकपुर पहुँचकर जानकी मन्दिर में विशेष पूजापाठ करेंगे । पूजापाठ सम्पन्न होने के बाद नागरिक सम्बोधन का भी कार्यक्रम होने की बात सहभागी सभासदो ने जानकारी दी है ।

जानकी मन्दिर में पूजा पाठ सम्पन्न होने के बाद बारह विघा में नागरिक सम्बोधन तथा अभिनन्दन कार्यक्रम रखा गया है ।

सार्क शिखर सम्मेलन के क्रम में भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी पटना के एक कार्यक्रम में सहभागी होकर स्थलमार्ग से जनकपुर आऐंगे स्रोत ने जानकारी दी है । लेकिन पूर्ण जानकारी अभी तक नही आ पाया है । स्रोत के अनुसार मोदी के स्वागत के लिए भारत तथा नेपाल के नागरिक उत्सुक है ।

कार्यक्रम में राजदूत रे को धनुषा सहित जिला के सभासदो ने जनकपुर को धार्मिक पर्यटक नगर के रुप में विकास हेतु आग्रह किया है । जनकपुर भावी संघीय प्रदेश की राजधानी होने जा रहा है उसी अनुसार लगानी करने के लिए आग्रह भी कीया गया है ।

धनुषाधाम, जनकपुर के ऐतिहासिक एवं धार्मिक तालाव का संरक्षण, राजर्षि जनक विश्वविद्यालय की स्थापना जैसा विषय में लगानी करने के लिए बृहत्तर जनकपुर क्षेत्र विकास परिषद के अध्यक्ष रामकुमार शर्मा ने सुझाव दीया है । बैठक में धनुषा जिला की ओर से एमाओवादी के सभासद रामसिंह यादव, काँग्रेस के सभासद रामकृष्ण यादव, डा. चन्द्रमोहन यादव, एमाओवादी कि प्रतिक्षा तिवारी मुखिया, रामसपाका दिनेश साह सहभागी थे । महोत्तरी से दिपनारायण साह, रामदयाल मण्डल और सर्लाही से अमरेश नारायण सिंह सहभागी थे । बातचित में नेपाली काँग्रेस धनुषा के सभापति रामसरोज यादव, राराव क्याम्पस के क्याम्पस प्रमुख नवेन्द्र निधि भी सहभागी थे ।