The only full timer out of the 200,000 Nepalis in the US to work for Nepal's democracy and social justice movements in 2005-06.
Tuesday, August 28, 2007
तराई बन्द नहीं संगठन िवस्तार किरए
तराई बन्द करने से पहाडी सत्ताधारीयोको नोक्सान नहीं होता है। वो लोग तो काठमाण्डुमें मजे से बैठे हैं। मधेशी क्रान्ितके दौरान २१ िदन जो तराई बन्द हुई वो एक अलग बात थी। वैसी क्रान्ित एक जुगमें एक बार होती है।
एमालेको पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन चािहए। माअोवादीको पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन चािहए। वो दोनो एक हो जाए तो देशको पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन िमल जाएगी। अन्तिरम संसदकी अंकगिणत ही उस िकिसमकी है। लेिकन वो लोग एक नहीं होंगे। काहे तो वो लोग बाहरसे पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचनका नारा लगा रहे हैं, िदलसे नहीं। नौटंकी कर रहे हैं। पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन मधेशी जनािधकार फोरमका नारा है इसिलए वो लोग नहीं चाहते हैं पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन हो। उनका पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचनका नारा अपने ही कार्यकर्ताअोके अाँखमें धुल झोंक्नेका तरीका है। नहीं तो एमाले अौर माअोवादी अन्तिरम संसदके िभतर एक हो जाते हैं तो गणतन्त्र भी अभी ही िमल जाएगा, पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन भी।
हमनें पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन मागा, उन लोगो ने नहीं िदया। हम लोगो ने नेपालके िभतर पुरे तराईको एक राज्य घोिषत िकया जाए बोला, उन लोगो ने नहीं िदया। मधेशी क्रान्ितके शहीदोको शहीद घोषणा करो बोला, उन्होने नहीं िकया। मधेशी क्रान्ितके ८०० घायलोको क्षितपुर्ित दो बोला, उन्होने नही िदया। पहाडी माअोवादीयो से िजस तरह अादरपुर्वक शान्ित वार्ता िकया, उसी तरह मधेशी माअोवादीयो से भी अादरपुर्वक शान्ित वार्ता करो, हमनें कहा। उन लोगो ने नहीं िकया।
इन सभी बातोको लेकर देशको तोडी जा सकती थी। अभी भी तोडी जा सकती है। इन सभी बातोको लेकर संिवधान सभाको िबथोली जा सकती थी। अभी भी िबथोली जा सकती है।
लेिकन देश तोड्नेका बात न सोंचा जाए। िजस जमानेमें फ्रान्स अौर जर्मनी एक देश बनना चाहते हैं उस जमाने में देश तोड्नेकी बात खुद मधेशी जनताके िहतमें नहीं है। सयकडो वर्ष तक पहाडीयोने हम पर शासन िकया। देश तोडके अलग हो जाएंगे तो उन पहाडीयो पर हम शासन कब अौर कैसे करेंगे? हमें तो िसर्फ पुरे मधेश पर नहीं पुरे देश पर शासन करनी है।
संिवधान सभाके नभम्बर २२ के िनर्वाचनको मधेशी अान्दोलनके महासंग्रामके रूपमें स्वीकारा जाए। एक मधेश, एक प्रदेशके नाराके अन्तर्गत सभी मधेशी समुहो अौर राजनीितक पार्टीयोको गोलबन्द िकया जाए। मधेशी क्रान्ितने उपेन्द्र यादवको पैदा िकया। इस महासंग्रामके िलए वही हमारे नेता हुए।
तराई राज्यका स्थापना हम खुद करेंगे। शहीदको शहीद घोषणा हम खुद करेंगे। घायलको क्षितपुर्ित हम खुद देंगे। अौर िजतने भी बन्दुकधारी मधेशी संगठन हैं उन सबसे अादरपुर्वक शान्ित वार्ता करेंगे। संिवधान सभाके िभतर सामान्य बहुमतकी सरकार बनेगी, अौर दो ितहाइ बहुमतके अाधार पर देशकी संिवधान िलखी जाएगी। चुनावके बाद हम सरकारमें जाएंगे।
मधेशी जनािधकार फोरमके नेतृत्वमें एक मधेश, एक प्रदेशके नाराके अन्तर्गत एक चुनावी मधेशी मोर्चाका िनर्माण हो। उस मोर्चामें सभी बन्दुकधारी मधेशी समुह भी गोलबन्द हो जाएँ। तराई बन्दका नौटंकी पुर्ण रूपसे समाप्त कर िदजीए। अब संगठन िवस्तारमें लग जाइए।
चुनावके बाद नेपाल सेनाके िनर्माणकी प्रक्िरया शुरू होगी। उसमें पुरानी शाही सेना, माअोवादी सेना, अौर मधेशी बन्दुकधारी क्रानिताकारीयोकी सहभागीता रहेगी। उस सहमितके अाधार पर ज्वाला, गोइत अौर अन्योंका कर्तव्य बनता है िक चुनाव तक अब िसजफायर करें अौर मधेशी मोर्चाके उम्मीदवारोंको चुनावमें िजताने के िलए खट जाएँ।
िगिरजाने मधेशी क्रान्ितका अपमान िकया। उसका जमानत जब्त िकया जाए। माधव नेपालनें मधेशी क्रान्ितका अपमान िकया। उसका जमानत जब्त िकया जाए। कृष्ण िसटौलाका झापामें जमानत जब्त िकया जाए। प्रचण्ड तो वो तो चुनाव लडेगा ही नहीं। वो जनतासे डरता है।
िजस राष्ट्िरय पार्टीके केन्द्रीय सिमतीमें कमसेकम एक ितहाइ मधेशी नहीं उस पार्टीके िलए मधेशमें कोइ स्थान नहीं। सफाया कर िदजीए। मधेशी क्रान्ितके शहीदोकी कसम। नभम्बर चुनावको मधेशी क्रान्ितसे भी बडा अौर िनर्णायक बना िदजीए। एक लहर पैदा किरए। चुनावी महासँग्राममें झोंक िदजीए अपने अापको।
११६ िनर्वाचन क्षेत्र तराईमें रहेंगे। समानुपाितक िनर्वाचनके िलए २४० नाम चािहए। िदजीए। नाम िदजीए। मधेशी तो खुद हैं। दिलत तराईमें प्रशस्त हैं। थारू, सतार, िधमाल सब जनजाित ही तो हुए। बाहुन क्षेत्री क्याटेगोरीमें हमारे भुराबालको रिखए, भुिमहार, राजपुत, बाभन, लाला। प्रत्येक क्याटेगोरीमें ५०% मिहला।
सरकार बनाएंगे तो १७ सीट अौर िमलेगा। उसमें मधेशी िवद्वान सबको रखेंगे।
महाभारत तो अब शुरू होगी।
In The News
Nepali Congress likely to formally announce unification on Thursday Kantipur a vertical split lasting almost five years...... It has been agreed that PM Koirala would remain the president of the party while Krishna Prasad Bhattarai would hold senior most position after Koirala followed by Deuba. ...... The PM also suggested Deuba that two separate committees should be formed at the earliest to take major decisions regarding the CA polls and for the electoral campaign ..... The party district level working committee leadership would be appointed on the seniority basis within the party and assessing their contribution to the April Uprising.
Prachanda asks Maoist MPs to gear up for polls 22 pre-requisites we have cited (to ensure the November 22 elections)
STRMM-called bandh affects life in western Nepal Life across five districts including Dang in western Nepal has been affected on Tuesday, the third consecutive day of the indefinite banda called by Samuktya Tharu Rastriya Mukti Morcha (STRMM).
Upendra Yadav calls on PM Koirala Madhesi People's Rights Forum (MPRF) Chairman Upendra Yadav called on Prime Minister Girija Prasad Koirala Tuesday morning to discuss the Madhesh problems. Stating that decisions on issues like right to self-determination and autonomy would be taken only by the Constituent Assembly, PM Koirala suggested Yadav not to create problems in the way to holding the CA polls slated for November 22 by putting forth such demands before the polls. PM Koirala asked Yadav to come to talks after more discussions within the party and assured that he would also discuss the MPRF issues with leaders of the eight parties for consensus ....... The MPRF’s key demands include a federal state structure with regional autonomy, proportional electoral system, delineation of electoral constituencies based on population, and proportionate participation of the marginalized groups including Madhesis in all state organs. Following the MPRF's warning to resume agitation across Terai, the PM himself initiated the discussions to solve the problem.
Janai Purnima, Rakhi being celebrated nationwide
Govt to reject palace request on staff pay
NC CWC meet on Thursday; CA, party merger top agenda
‘Resolve Terai problem for CA polls’ Nepali Congress central member Sujata Koirala Monday stated that without resolving the Terai crisis, the necessary atmosphere for the Constituent Assembly elections could not be created. Addressing a programme on the Madhesi problem in Biratnagar, Koirala said that until the genuine demands of the Terai people are addressed, there would not be a favourable atmosphere for the elections. Koirala said that the Terai people would only get justice if Home Minister Krishna Prasad Sitaula resigned. Accusing the Home Minister of being power-hungry and of creating drama to prevent being sacked by the prime minister, Koirala stressed on the need of formulating a new security plan in order to hold the CA polls. Accusing the same elements of foiling the talks between Madhesi People's Right Forum and the government, Koirala said, "I'd also taken part in the talks twice. We had reached consensus on almost all the issues. But behind-the-scene activities by the insiders foiled the talks." Koirala has time and again come down heavily against the Home Minister in public for his failure to maintain law and order in the country and his "faithfulness" to the Maoists. Likewise, Human Rights activist and civic society leader Krishna Pahadi stated that the Madhesi and other problems wouldn't be solved until the end of monarchy and held the eight-party's stubbornness as the main reason for the failure to solve the Madhesi crisis.
दलहरू चुनाव प्रचारमा आयोगले निर्वाचन क्षेत्रको घोषणा गर्नेबित्तिकै एमालले क्ष्ाेत्रीय प्रचारप्रसार समिति गठन गर्ने जनाएको छ । ..... मधेसी जनअधिकार फोरमले ३८ गाविसमध्ये १६ वटा गाविसमा कमिटी गठन गरी चनावी कार्यक्रम गरिरहेको छ । संविधानसभामा मधेसप्रति अन्य राजनीतिक दलको धारणा विषयक अन्तरक्रियासहित कार्यक्रम बढाएको फोरमका अध्यक्ष्ा कैलास महतोले बताए । .... सद्भावनाले चुनावका लागि कार्यकर्ता भेटघाट सुरु गरेको छ । ..... बैठकले जाति, भाषा, लिंग र क्षेत्रबाट उठेका मागलाई वार्तामार्फत सम्बोधन गर्न सरकारसँग अनुरोध गरेको छ । मधेस समस्या समाधान र वाईसीएललाई गतिविधि सच्याउनसमेत बैठकले आग्रह गरेको छ ।
माओवादी तरंगमा संविधानसभा अहिले प्रचण्डलाई पिठमा छुरा हानेको अनुभव भएको छ । छुरा कसले हान्यो ? वैशाख आन्दोलन यता माओवादी पार्टी राज्यव्यवस्थाका आठ सञ्चालकमध्ये एक रहँदै आएको छ । उसको भूमिका अरू दलको भन्दा महत्त्वपूर्ण छ भन्ने सबैले मानेका छन् । पाँच महिनादेखि माओवादी पार्टी आफैं सरकारमा छ । पार्टीका प्रमुख नेता सरकारका प्रवक्ता हुनुहुन्छ । तर पनि पार्टीका अध्यक्ष पिठमा छुरा हानिएको अनुभव सुनाउनुहुन्छ भने नेपाली जनताले आह गर्ने कि उफ गर्ने ?
Narayanhiti may one day become a ‘presidential palace’ NepalNews
Parties start internal exercise to devise election strategies the parties have begun their strategic meetings in the capital, especially focusing on their election agendas for the polls. ... the central committee meeting of the Nepal Sadbhawana Party (Anandi Devi) has begun in the capital to decide strategies for the upcoming polls.
22-pt demand helps timely election: Prachanda
PM urges MJF to withdraw all protest programmes Koirala clarified that the issue of autonomy and right to self-determination in would-be federal system was for the constituent assembly to determine ...... Yadav is learnt to have reiterated his demands for finalising the issue of federalism and autonomy to the "state of Terai" before the polls, while keeping the national integrity intact.
Nepali youth shot to death in US
Home Ministry takes a strong exception to Dr. Bhattarai's comments NepalNews Dr. Baburam Bhattarai about taking "people's action" against certain Congress leaders. ..... A few days ago, speaking at a talk programme in Nepal Television (NTV), Dr. Bhattarai had stated that his party would take such action against Congress leaders duo Gobind Raj Joshi and Khum Bahadur Khadka. Both Joshi and Khadka had faced corruption charges in the past but have been subsequently cleared of those charges by the special court.
USIP cites multiple challenges ahead of the polls US Institute of Peace has pointed out that lack of resources, the need for training, violence in the Terai, increase of crime and lawlessness, agitating marginalized groups, small arms, and unmonitored movement of former combatants and their cantonment areas as the major challenges to providing election security. .... the adverse effect security forces presence may have if it is too close to polling sites ..... it was important to recognise in some cases, the leaders of the agitating groups, capitalise on the legitimate grievances of the community and exploit the community for the leader's own goal of gaining power. ..... To curb the continued tendency of violence and strikes, USIP suggested the government to engage in sincere dialogue, create a mechanism for grievances to be heard and look to the best interests of the country and not their own political, economic and party interests.
‘NC, NC-D unity in two days’ Kantipur According to NC Joint-General Secretary Ram Baran Yadav, the taskforces of both the parties have completed their final homework for party unification.
‘UML will face CA polls despite all odds’ Other UML leaders urged Nepal to take the initiative to convene a meeting of the top leaders of the ruling eight-party alliance at least once to dispel “confusions” surrounding the elections. The meeting has also constituted a secretariat under UML General Secretary Nepal to mobilise the party men for the elections. Party central leader Amrit Kumar Bohora, Ishwor Pokharel, Bharat Mohan Adhikari, Bishnu Poudel, Astha Laxmi Shakya, Surendra Pandey and Rajhuvir Mahaseth are the members of the secretariat.
House teams to assess security situation in all 5 regions Law and order, especially in the Terai region, remains the main challenge to the November 22 elections. A number of armed groups in the low land belt, including the Jantantric Terai Mukti Morcha-Jwala Singh faction (JTMM-J), have threatened to thwart the crucial polls to elect an assembly to promulgate a new constitution.
ँचुनाव सार्ने भनेको छैन’
कांग्रेस एकता छिट्टै कांग्रेस सभापति कोइरालाले आइतबार बिहान पार्टी केन्द्रीय सदस्यहरूसँगको अनौपचारिक छलफलमा एकता घोषणा गरी चुनावी वातावरणमा होमिनुपर्ने बताएका थिए । ..... कांग्रेस -प्रजातान्त्रिक) का कार्यदल सदस्य डा. प्रकाशशरण महतले आफूहरू हदैसम्म लचिलोरूपमा प्रस्तुत भएको उल्लेख
Dalits, Badis continue protest; over 50 arrested NepalNews
Eastern Terai sees no respite from bandh A day after the end of a 5-day bandh (shutdown strike) called by the Madhesh Mukti Tigers (MMT) in the Terai region, another little known group called the Dalit Janajati Party has announced bandha in the eastern Terai districts from Monday. ..... Life in Siraha, Saptari Mahottari, Dhanusha and Udaypur have been greatly affected due to the bandh. Reports coming in say that main market places, educational institutions, factories and shops remain closed while vehicles stay off the roads fearing reprisal from the organisers of the bandh. ..... They have said party is organising the bandh demanding proportional representational (PR) based election system and reservations for people from Dalits, janajatis and other minority groups. ...... Udaypur, has been reported to have been facing acute shortage of food items and other essential commodities due to bandh called by MMT
Constituency delineation commission submits report to PM a month after it was finalised. ..... minor changes have been made in 47 constituencies without alternating the 240 total constituencies .... The Madhesi groups had said the delineation was not justifiable owing to the population of the Terai region. ..... Due to delay in receiving the report, the Election Commission has not been able to fix the election booths in Terai districts.
Ignored Backdrop of Truth and Reconciliation Commission in Nepal
NSU-Democratic leader calls Koirala, Prachanda as main obstacles to polls President of Nepali Congress (Democratic) affiliated Nepal Students Union (NSU) Kalyan Gurung ..... "Nepali Congress has not made preparations for the polls and Maoists fear that existing environment is not favourable for them. ..... Koirala's interest in remaining the leader of the government and Prachanda's lack of confidence towards the electorate have caused uncertainty about the polls.
NEFIN comes up with 9-point Palpa Declaration NepalNews concluded its convention in Palpa district with a nine-point declaration. ..... The main points of the declaration include creating suitable environment to hold Constituent Assembly elections on November 22, ensuring proportional representation on the basis of social composition in political parties, parliamentary front as well as every organ of the state, proportional representation on basis of ethnic population and formulation of a constitutional provision for employment and education reservation to empower the indigenous and ethnic people along with Dalit, women and other minority groups. ..... End of the centralized governance system and formation of autonomous regions with right to self-determination under a federal democratic republic ..... also decided to launch further programmes to put pressure on the government to implement the 20-point agreement reached with the government a few weeks back.
House teams to assess security situation in all 5 regions
Over four dozens Dalit, Badi activists detained
Disgruntled Sunsari Muslims submit memo to PM
भुकपाका भूमिगत महासचिव ँविकल्प’ को अन्तर्वार्ता भुटान सरकारले आउँदो चैतमा संसदीय निर्वाचन गर्ने घोषणा गरेको छ । त्यसको जवाफमा भुटानी माओवादीहरूले त्यसअगावै जनयुद्ध थाल्ने तयारी गर्दैछन् । र, लक्ष्य राखेका छन्- राजतन्त्रको अन्त्य गरी गणतन्त्र स्थापना गर्ने । ..... भुकपाले पनि गत चैत ९ गते भुटान सरकारलाई १३ बँुदे 'अल्टिमेटम' दिएको छ तर प्रत्यक्ष भेटेर होइन, फ्याक्समार्फत । ..... बहुदलीय व्यवस्थाको स् थापना, शरणार्थीहरूको स्वदेश फिर्ती, राजबन्दीको रहिाइ, भूमिसुधार ऐन ..... झापा र मोरङका भुटानी शरणार्थी शिविरमा नौला पर्चा र पोस्टरहरू छरएिका थिए, जसमार्फत भुकपा मालेमा नामको पार्टी गठन भएको घोषणा गरयिो । त्यसै दिन भुटानका २० मध्ये १६ जिल्लामा पनि एकसाथ यस्तै पर्चा-पोस्टरहरू छरएि । दुई वर्षअघि स्थापना गरएिको तर सुरक्षाका कारण गोप्य राखिएको भुकपा मालेमा ..... गत जेठमा नेपालस्थित शरणार्थीहरूलाई भुटान भित्र्याउने 'लङ्मार्च' अभियान मूलतः सोही पार्टीका कार्यकर्ताहरूको सहभागितामा भएको थियो । ..... हिजोआज झापा-मोरङका सात शरणार्थी शिविरहरूमा विद्रोही गतिविधि व्यापक रूपमा देखिने गरेको छ । सांस् कृतिक कार्यक्रम र कोठे भेलादेखि सानातिना सभासम्म हुने गरेका छन् त्यहाँ, जसको मूल उद्देश्य आसन्न जनयुद्धप्रति बढीभन्दा बढीको समर्थन जुटाउनु रहेको छ । ....... पुराना भुटानी राजनीतिक दलका थुप्रै नेताहरू अमेरकिालगायत विदेश पलायन भएका र नेपालमै रहेकाहरू पनि शरणार्थी शिविरमा नभई काठमाडौँमा बस्ने गरेको पृष्ठभूमिमा माओवादी सङ्गठकहरूले चाहिँ 'लो-प्रोफाइल' मा रहेर मुख्यतः शिविरभित्रै सञ्जाल फैलाउने प्रयास गर्दैछन् । र, यी सङ्गठकहरूमा अधिकांश नाम चलेका नेता नभई मुख्यतः शिक्षण पृष्ठभूमिका सचेत युवा छन् । पार्टीका पूर्णकालीन सदस्य कति छन् भन्ने यकिन नभए पनि शरणार्थी शिविरका युवा र विद्यार्थी समुदायमाझ माओवादी पार्टीको पकड बढिरहेको छ । ..... काठमाडौँका बोर्डिङ् स्कुल र 'प्लस टू' पढाउने भुटानी शिक्षकहरूबाट निकै चन्दा उठाइसकेको ..... दातृ संस्था र आईएनजीओमा कार्यरत भुटानीहरूलाई तलबको पाँच प्रतिशत चन्दा दिन आह्वान गरेको छ । चन्दा सङ्कलनबाट १४ लाखभन्दा बढी रकम जम्मा भइसकेको ..... सम्मेलनले पार्टीलाई फौजीकरण र फौजलाई पार्टीकरणको नीति अख्तियार गरी .... तीनवटा रणनीतिक चरण -रक्षा, सन्तुलन र प्रत्याक्रमण) मा पूरा हुने लक्ष्यका साथ रक्षा चरणलाई 'तयारी', 'थालनी' र 'निरन्तरता' गरी तीन उपचरणमा बाँडिएको छ । त्यसमध्ये हाल उनीहरू तयारीकै उपचरणमा छन्, जसलाई वैचारकि, साङ् गठनिक, प्राविधिक र सङ्घर्षसम्बन्धी गरी चार भागमा विभाजित गरएिको छ ..... "हाम्रा लागि आफ्नै कार्यक्षेत्रभन्दा उत्तम अर्को प्रशिक्षण शिविर हुनैसक्दैन ।" ..... उनीहरूले गतिविधिको मुख्य केन्द्र भुटानलाई नै बनाउन खोजेका छन् । ...... हाल शिविरमा सवा लाखजति भुटानी छन् भने भुटानभित्र करबि एक लाख ८० हजार नेपालीभाषी छन् । ... नेपाली मूलका दक्षिणी भुटानी) पछि दोस्रो ठूलो जनसङ्ख्या रहेका सार्चोपहरूलाई सङ्गठित गर्न केही महिनाअघि सार्चोप मुक्ति मोर्चासमेत गठन गरएिको थियो । ...... दक्षिण भुटानका साम्ची, दागाना, चिराङ, छुका, सर्भाङ र साम्ड्रुप जोङ्खर जिल्लालाई गोर्खा प्रदेश घोषणा गरनिुपर्ने माग राख्ने गोर्खा राष्ट्रिय मुक्ति मोर्चा ...... भुकपाको नेकपा माओवादीसँग मात्र नभई भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादीसँग पनि निकटको सम्बन्ध रहेको छ । ....... राजतन्त्र उन्मूलनको एकसूत्रीय लक्ष्य राखी त्यसमा अन्य पार्टीहरूसँग सहकार्य गर्ने नीति लिएको छ ..... ड्रुक नेसनल कङ्ग्रेसका अध्यक्ष थिन्ले पेन्जोरले भुकपासँग स्थानीयस्तरमा समझदारी रहेको उल्लेख गर्दै भविष्यमा केन्द्रीयस्तरमा संयुक्त मोर्चा बन्नसक्ने सम्भावनालाई पनि इन्कार गरेनन् । ..... ड्रुक नेसनल कङ्ग्रेस, भुटान पिपुल्स पार्टी .... प्रमुख भुटानी नेता टेकनाथ रजिाल भन्छन्, "नेपालको तराईमा उठेको मुद्दा र हाम्रो मुद्दा एउटै होइन र ? भारत किन हाम्रो सवालमा चाहिँ बोल्दैन ?" ..... पुनःबासको वकालत गर्ने दुई जना शिविर सचिवहरू हर िअधिकारी बङ्गाले र मनोरथ खनाल शरणार्थी युवाहरूबाट पिटिएका छन .... बहुसङ्ख्यकमाथि शासन गररिहेको अल्पसङ्ख्यक ड्रुक्पा समुदायले आफूलाई 'लोपोन्मुख जाति' भएको दाबी गर्यो र भुटानको विविधतालाई नकार्दै 'एक देश, एक जाति' को नीति अघि सार्यो ...... भुटानले दक्षिणको एक जिल्ला भारतलाई दिई त्यहाँ नेपालस्थित शरणार्थी र भुटानभित्रैका नेपालीलाई पुनःबास गराउने प्रस्ताव भारतसमक्ष राखेको खुलासा भएको छ । ..... 'कु' गरेर सत्ता कब्जा गरी हतियारको बलमा टिकेको राज्यसत्ता र 'शक्तिपूजक' जनता ..... हाम्रो पार्टी फलामे अनुशासनमा आधारति एक 'मिलिट्यान्ट' पार्टी हो । ..... भुटान टाइगर फोर्स .... नेकपा माओवादी हाम्रा लागि मात्र होइन, विश्व-क्रान्तिकै लागि प्रेरणाको श्रोत हो .... ६० हजार शरणार्थी लाने भन्ने अमेरकिी अभिव्यक्ति भुटानी मुक्ति सङ्घर्षप्रति मात्र नभएर सिङ्गो भुटानी मुक्तिकामी जनताविरुद्धको षड्यन्त्र हो .... दक्षिण भुटानको १८ द्वार एवम् राष्ट्रको सम्प्रभूतासमेत भारतलाई बेचेर खाने यहाँको जहाँनिया राजतन्त्र पनि उत्तिकै दोषी छ । ..... प्राकृतिक स्रोत-साधन सस्तो दरमा पाएको हुँदा भारतले शरणार्थी समस्यालाई भन्दा राजतन्त्रलाई बढी काखी च्यापेको हो .... यस् तो उदाहरण हामीले गतवर्षको १९ दिने नेपाली जनआन्दोलनमा पनि देखेका छौँ
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