ये चुनावी भाषा है। मीडिया से सम्बन्धित है। आपके बारे में किसी ने कुछ गलत कह दिया और आप ने उसका जबाव नहीं दिया तो मतदाता उस गलत बात को मान लेंगे। यानि कि तारन्तार जबाव देने होते हैं। एक टीम रहती है। उसका काम होता है किसने क्या कहा और उसका जबाव उसी न्यूज़ साईकल में दे देना। वैसे कर के समाचार में भी आ जाएंगे। बिज्ञापन देने से बहुत सस्ता पड़ता है समाचार में आना।
(२) Talking Points
अनुशाषित पार्टी का लक्षण होता है। थिंक टैंक पर थिंक टैंक बनाइए। मीटिंग पर मीटिंग करिए। पढ़िए लिखिए। व्याख्या विवेचना किजिए। सब किजिए। लम्बा चौड़ा किजिए। लेकिन अन्ततः डिस्टिल करना होता है। कि इस महिना हमारे पार्टी को नीचे से उपर प्रत्येक नेता को इन १० लाइन बोल्ने हैं।
(३) 100 Days
दो तिहाई बहुमत के साथ जनमत पार्टी सत्ता में आती है तो संविधान पुनर्लेखन और राज्य पुनर्संरचना का काम पहले १०० दिन में समाप्त कर लेना होगा। उसके लिए संसद में जो सब पास करवाना है वो सब करबा लेना होगा। क्यों कि १०० दिन बाद दिक्कत होने लगता है। रापताप धीरे धीरे कम पड़ने लगता है। यानि कि चुनाव जितने से पहले ही गृह कार्य सब समाप्त हो जाने चाहिए। क्या क्या करना है पहले से निर्धारित होने चाहिए।
(४) Revolution
अधिकांश लोकतंत्र में चुनाव लड़ना संभव है, जितना संभव है लेकिन क्रांति करना संभव नहीं। लेकिन नेपाल में क्रांति करना संभव है। भ्रष्टाचार के मुद्दा पर लेजर फोकस कर के क्रांति करना संभव है। सिर्फ जनमत पार्टी कर सकती है। बाँकी तो सब गन्दे हैं। नैतिक धरातल ही नहीं है। पाँच साल बाद जनमत भी नहीं कर सकेगी। करेगी तो अभी करेगी।
(५) Think Tank
अभी इंटरनेट है, यूट्यूब है। बनाबनाया थिंक टैंक है। ये नहीं कि पार्टी समर्थक बुद्धिजीवी ढूढेंगे फिर समय शायद वो देंगे। वैसा कुछ नहीं। दुनिया भर के चिंतक, जीवित मृत सभी सब के सब इंटरनेट पर हैं। सबका विचार मुफ्त में मिल जाता है। सिर्फ लेना है। सरकार बनाने के लिए, सरकार चलाने के लिए, किसी भी विषय पर कोइ जानकारी चाहिए सब उपलब्ध है। ढेर सारे पुस्तक मुफ्त में मिल जाते हैं।
(६) Economic Revolution
लगातार २०-३० साल अगर १०% से उपर का आर्थिक वृद्धि दे दिया तो उसे आर्थिक क्रांति कहते हैं। लेकिन सोंच समझ के आर्थिक क्रांति। परिवार, पर्यावरण, धर्म, संस्कार सब गुम न हो जाए। लेकिन मेरा मानना है लक्ष्य होना चाहिए लगातार २० साल तक २०% आर्थिक वृद्धि दर। दुनिया में जो अभी तक कहीं नहीं हुवा है। एक मिशाल बन जाएगा। उदाहरण बन के जनमत सारी दुनिया से गरीबी ख़त्म कर दे। एक से एक विचारक सहभागी होना चाहेंगे। अगर वैसा लक्ष्य घोषणा हुवा तो।
(७) Political Program
सत्ता में जाने के बाद पाँच साल क्या काम करिएगा? उस प्रश्न का जवाब। उसे राजनीतिक कार्यक्रम कहते हैं। जो कहते हैं वो करिए और पाँच साल बाद फिर से नया कार्यक्रम ले के आइए।
(८) NRMA USA
मेरे को जब अमेरिका के संगठन में ले जाया गया तो मैंने देखा ३०-३५ लोग मालुम पड़ते हैं। तो मेरे को लगा मुझे संगठन के केंद्रीय समिती से साक्षात्कार कराया जा रहा है। बाद में पता चला कि नहीं, ये केंद्रीय समिती नहीं है, पुरा का पुरा संगठन ही यही है। १० साल के अथक प्रयास के बाद सिर्फ ३५। कुछ न कुछ कमी कमजोरी तो है। एक सामाजिक स्पेस है जो कि अमेरिका के पुराने मधेसी संगठन ले के बैठ गए हैं। जैसे कि छठ मनाना हो। तो उसके लिए लोग मा और एण्टा से जुड़े हुवे हैं। तो उससे प्रतिस्प्रधा करना जरूरी नहीं। मेरा सुझाव है कि अमेरिका के संगठन को सिर्फ और सिर्फ एटीएम बनने के प्रयास करना चाहिए। आसान कर दिजिए लोगों के लिए। फेसबुक पर मासिक फंडरेजर करिए और उसके कमेंट सेक्शन में सब लोग मिल के ज्यादा से ज्यादा लोगों को reachout करिए। मेरे को लगता है महिना में १० डॉलर देने वाले मधेसी हजार से ज्यादा तुरन्त मिल जाएंगे। भ्रष्टाचार के मुद्दा पर जो क्रांति होने जा रहा है वो आग जब पकड़ेगी तो गैर मधेसी भी पैसा देने लगेंगे। तो receive करने के मोड में रहिएगा तब न! अभी अमेरिका का संगठन लगता है रामराजा प्रसाद सिंह का अंडरग्राउंड संगठन है। भितर ही भितर काम हो रहा है। किसी को लेकिन पता नहीं चलना चाहिए। उस स्टाइल को फेंक कर पारदर्शी, खुला, लोकतान्त्रिक स्टाइल अपनाइए। बस प्रत्येक महिना फेसबुक पर एक फंडरेजर।