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Sunday, September 10, 2023

अधर्म से धर्म की ओर: हिन्दु राष्ट्र



भगवान कल्कि द्वारा किया गया नेपाल को हिन्दु राष्ट्र बनाने की घोषणा विश्व में धर्म की पुनर्स्थापना करने की घोषणा है। ये नेपाल को अधर्म से धर्म की ओर ले जाने की घोषणा है। 

हिन्दु गैर हिन्दु की बात ही नहीं उठती। यहुदी को जिस मसीहा का इन्तजार है वे हैं भगवान कल्कि। दुनिया के प्रत्येक चर्च में प्रत्येक रविवार को प्रार्थना करते हैं। २,००० साल से करते आ रहे हैं। कि हे ईश्वर, धरती पर तेरा प्रत्यक्ष शासन चाहिए। वो भगवान कल्कि को ही सम्बोधन कर रहे हैं। पैगम्बर मुहम्मद फिर से आए हैं और इमाम मेहंदी हैं। वे भगवान कल्कि का प्रत्यक्ष नेतृत्व मानेंगे। दुनिया भर के बौद्ध धर्मावलम्बी जानते हैं कहानी कि बालक सिद्धार्थ के बारे में कहा गया या तो ये सारे पृथ्वी का राजा बनेगा या जोगी। तभी जोगी बने। अब राजा बनेंगे। किसी से छुपी बात नहीं रहेगी। 

भगवान श्रीकृष्ण ने राजनीति को धर्म से जोड़ने के लिए ढेर सारा काम किया। भगवान राम तो अयोध्या के राजा ही थे। 

अधर्म से धर्म की ओर जाना है। नेपाल को हिन्दु राष्ट्र  बनाना है। 


Sunday, February 12, 2023

भगवान कल्कि जन्मेको मटिहानी

भगवान राम जन्मेको अयोध्या 
भगवान कृष्ण जन्मेको मथुरा 
भगवान बुद्ध जन्मेको लुम्बिनी 
भगवान कल्कि जन्मेको मटिहानी 

काव्यात्मक छ ठाउँ को नाम 
लयात्मक छ ठाउँ को नाम 
हरि नाम हरि नाम 
जनकपुरधाम जनकपुरधाम 

१,४०० वर्ष देखि पर्खेर बसेका मुसलमान 
आउँछन आउँछन हरि नाम 
२,००० वर्ष देखि पर्खेर बसेका ईशाई 
आउँछन आउँछन हरि नाम 
४,००० वर्ष देखि पर्खेर बसेका यहुदी 
आउँछन आउँछन हरि नाम  

कार्ल मार्क्स ले धर्म को आलोचना गरेका हुन 
ईश्वर को होइन 
तर येशु ले धर्म को जति चर्को आलोचना गरे 
त्यसको सय को एक भाग पनि कार्ल मार्क्स ले गरेनन 

रामायण मा कसैलाई यो हिन्दु त्यो हिन्दु कतै भनिएको छैन 
महाभारत मा कसैलाई यो हिन्दु त्यो हिन्दु कतै भनिएको छैन  
सनातन धर्म भनेर कुनै भुगोल विशेष लाई भनिएको होइन 
सनातन नामको न कुनै पहाड़ छ, न उपत्यका
न नदी, न मैदान 
सनातन त समय को कुरा हो 
धरती को मनुष्य को 
न कुनै शुरुवात न कुनै अंत भएको ईश्वर सँग को सम्बन्ध 

कुरा धर्म को कहिले पनि थिएन 
कुरा सधैँ ईश्वर को थियो 
त्यो ईश्वर केही नया भन्न लागेका छन 
तर अहिले मानव जाति सँग थाप्ने भाँडो नै छैन 
पहिला कलि युग समाप्त गर्नुपर्छ 
सबैले मिलेर 
कलि युग समाप्ति को प्रोजेक्ट 
एउटा राजनीतिक आर्थिक कार्यक्रम हो 

समस्त ब्रह्माण्ड को ईश्वर, यस्ता थुप्रै ब्रह्माण्ड हरु को ईश्वर 
सारा मानव जाति को ईश्वर 
सारा पृथ्वी को ईश्वर 
सृष्टि एउटा छ भने ईश्वर कति वटा हुन्छ? 

लालटिन बालेर खोजिरहेका छन 
खोज, शम्भल शहर कहाँ छ 
अन्यथा मान्नु हुँदैन 
धर्म ग्रन्थ को भविष्यवाणी बुझने कुरा 
सजिलो होइन 

शम्भु को देश 
पशुपतिनाथ को देश 
नेपाल 
शम्भल 

भगवान राम को जन्म कुण्डली छ हामी सँग आज 
थाहा हुन्छ ७,००० वर्ष अगाडि धरती मा थिए 
त्रेता युग मा 

भगवान कृष्ण ५,००० वर्ष अगाडि 
द्वापर युग मा 

भगवान शिव का शिष्य हरु ले 
स्थापना गरेको शहर 
काशी बनारस 
आज मोदी जी को चुनाव क्षेत्र 
१०,००० वर्ष पुरानो शहर 
सत्य युग मा स्थापना गरिएको 

स्पष्ट छैन?
एउटा युग केही हजार वर्ष चल्छ भन्ने कुरा?
चार ऋतु जस्ता चार युग 
आउँछन जान्छन 
सत्य युग फेरि आउन लाग्यो 
पतझड़, जाड़ो, वसन्त, गर्मी 

सम्भवामि युगे युगे 
धर्म को स्थापना गर्न म प्रत्येक युग मा 
आइपुग्छु 
आइपुगे 
भगवान कल्कि धरती मा छन 
मटिहानी मा पैदा भएका हुन 
२,५०० वर्ष अगाडि बुद्ध थिए 
आज कल्कि हुन 
बुद्ध त टाइटल हो 
नाम त सिद्धार्थ गौतम हो 
२,५०० वर्ष अगाडि जोगी बने 
अब समस्त पृथ्वी को 
राजा बन्छन 
राजा सुद्धोदन लाई ज्योतिष ले भनेको 
कि त सारा पृथ्वी को राजा बन्छ 
कि त जोगी 
२,५०० वर्ष अगाडि जोगी बने 
अब राजा बन्छन 

दुनिया को प्रत्येक चर्च मा 
प्रत्येक हप्ता 
नबिराइ गरिने प्रार्थना 
हे ईश्वर, धरती मा 
तपाईं को प्रत्यक्ष शासन चाहियो 

राम राज्य सिर्फ अयोध्या मा थियो 
कल्कि राज्य सारा पृथ्वी मा हुनेछ 




Friday, September 16, 2022

नेपाली राजनीति को अनुत्तरित प्रश्न

पुँजीवाद र कम्युनिज्म विचारधारा बीच अमेरिका र सोवियत संघ बीच को संघर्ष ७० वर्ष चल्यो। अमेरिका ले जितेको होइन। सोवियत संघ आफै गरलयंगुरलुम ढलेको हो। दुई जना आमने सामने तलवार लिएर खड़ा छन। एउटा हार्ट अटैक भएर ढल्यो भने अर्को ले ढ़ालेको भन्न मिल्छ? 

कार्ल मार्क्स ले विश्लेषण चाहिं राम्रो गरे। आम मनुष्य को श्रम नै पुँजी को आधार हो। धर्म को पनि आलोचना गरे। पाइन्छ। किन नपाउनु? येशु ले गॉस्पेल मा धर्म को र पुजारी हरु को जति कड़ा आलोचना गरेका छन त्यसको रौं भरको आलोचना पनि मार्क्स ले गरेका छैनन। तर धर्म को आलोचना गर्नु, पाखंडी पुजारी हरु को आलोचना गर्नु ईश्वर छैन भन्नु होइन। 

ईश्वर लाई आत्मसात नगरिकन न्यायोचित र समुन्नत समाज को कल्पना पनि गर्न सकिँदैन। 

राम लाई मान्छु, कृष्ण लाई मांदिन। अथवा कृष्ण लाई मान्छु तर त्यही कृष्ण फर्केर आए माननेवाला छैन। विष्णु मान्छु, शिव मानदिन। अथवा मानव अवतार मा आएको ईश्वर मान्छु तर त्यही ईश्वर अदृश्य भए पछि मानदिन। अथवा शिव मान्छु ब्रम्हा चाहिं छैनन पो कि? अथवा ईश्वर भारत मा जन्मेर आए मान्छु तर इजराइल मा जन्म लिए मानदिन। अथवा ईश्वर अदृश्य र सर्वशक्तिमान छन तर त्यो सर्वशक्तिमान ईश्वर सँग धरतीमा मानव रूप धारण गर्ने शक्ति छैन। अथवा ब्रम्हा को मानव अवतार लाई मान्छु तर त्यही ब्रम्हा को अर्को मानव अवतार को छाला कथि रंग को छ भन्ने स्वीकार्य छैन। ब्रम्हा को मानव अवतार लाई मान्छु तर त्यही ब्रम्हा ले आराधना गर्ने विष्णु को अवतार लाई मानदिन। बुद्ध लाई मान्छु तर ईश्वर छैनन जबकि बुद्ध खुद ईश्वर का अवतार हुन। 

यस्तो सोंच मा कुनै दम छ? 

एउटा भ्यागुतो भन्दा मेरो बुद्धि विवेक उच्च किसिम को हो। तर मभन्दा पनि उच्च बुद्धि विवेक भएको अर्को कोही यो सृष्टिमा हुनै सक्दैन। त्यो नास्तिक सोंच मा कुनै दम छ?

चीन ले सोवियत संघ को विगठन पछि आर्थिक सुधार गर्यो, तर एक पार्टी शासन छोड़ेन र अझै पनि समाजवाद को निर्माण मा व्यस्त छु भनिरहेको छ। 

बर्लिन को पर्खाल ढल्यो। ढल्नु पनि पर्थ्यो। कार्ल मार्क्स ले धर्म को आलोचना गरे। तर त्यसलाई नास्तिकता भनेर व्याख्या गर्दा जुन किसिम को तानाशाही पैदा हुन्छ अनि हाथ मा तरवार लिएको लडाकु आफै हार्ट अटैक भएर ढल्छ। 

कार्ल मार्क्स ले आलोचना गरे। तर समाधान को रोडमैप कार्ल मार्क्स सँग थिएन। 

जुन समाज आज अमेरिका मा छ त्यो कुनै न्यायोचित समाज होइन। दुनिया को सबैभन्दा धनी देश भन्छ तर बहुसंख्यक अमेरिकी लाई एक्कासि ५०० डॉलर चाहियो भने आपत पर्ने अवस्था छ। ग्लोबल वार्मिंग को कारण नै चरम असमानता हो। पेट फुटन लागेको हुन्छ लोभी मान्छे ले खान छोड्दैन। 

समाधान सत्य युग समाज को स्थापना हो। त्यस शुभ कार्य को प्रारम्भ नेपाल बाट हुँदैछ। नेपाल मा टेम्पलेट बन्छ र त्यो दुनिया को प्रत्येक देश सम्म पुग्छ। 


Moving Towards A Moneyless Society
Holy Father, Holy Son, On Earth
Meet Jay
विजय और जय
Jesus And Krishna

Nepal: Political Laboratory
Poverty Facts and Stats