Showing posts with label bharatvarsha. Show all posts
Showing posts with label bharatvarsha. Show all posts

Sunday, February 09, 2025

भारतवर्ष का विस्तार कैसे होना है?

भारत का नाम इंडिया था। भारत हो चुका। औपचारिक घोषणा कर चुके करनेवाले। भविष्यवाणी है भारत का नाम भगवान कल्कि के नाम पर कलकिस्तान होने जा रहा है। और उस कलकिस्तान का विस्तार होने जा रहा है। भारत नाम भी तो राजा भरत के नाम से लिया गया है। 

कलकिस्तान उतना बड़ा होगा जितना बड़ा भारतवर्ष कभी हुवा नहीं। तो कैसे? लड़ाई होगी? नहीं। 

शम्भल तो नेपाल है। सामने है। स्पष्ट है। फिर भी लोग लालटेन ले के ढूँढ रहे हैं। ढूँढो शम्भल किधर है? 

कहा गया है हिमाली प्रदेश का देश। तो आज कौन सा देश है हिमाल में जिसका नाम शम्भल से मिलताजुलता है? स्वतः नेपाल। शम्भु का देश। पशुपतिनाथ का देश। नेपाल। 

कल्कि फिल्म में देखने को मिलता है। हिमालय में एक अदृश्य दिवार के पिछे छुपा एक छोटा सा गाओं। दिखाते हैं कि देखो शम्भल। शम्भाला। 

भगवान कल्कि शम्भल यानि कि नेपाल में पैदा हो चुके। कल्किवादी अर्थतंत्र पहले नेपाल में लागु होना है। नेपाल के बाद भारत में। कल्किवादी अर्थतंत्र का आकर्षण इतना ज्यादा होगा दुनिया में अलग अलग जगह के लोग कहेंगे हमें भी चाहिए।