पहला चरण नेपाल सरकार के साथ किए गए ११ बुँदे सम्झौता को माना जाए। ये बहुत अच्छा कदम रहा। रणनीति के हिसाब से भी और राजनीति के हिसाब से भी।
दुसरा कदम हुवा पार्टी की स्थापना।
तीसरा कदम: संगठन विस्तार। लक्ष्य लिए हुवे हैं कि १० लाख सदस्य बनाएंगे। ये हुइ न बात। १० लाख सदस्य अगर बना लेते हैं तो नेपाली सबसे बड़ी पार्टी ही बन जाएगी। सारे नेपाल पर शासन कर सकते हैं तो फिर मधेस अलग देशकी क्या जरुरत?
चौथा कदम: फोरम और राजपा के साथ एकीकरण। उतना करने के बाद उसके बाद के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। उस समय तक में या उसके तुरन्त बाद तक में मधेस का राजनीतिक समस्या समाधान हो जाने की प्रचुर संभावना है। देशकी सबसे बड़ी पार्टी बन गए फिर भी मधेसका समस्या समाधान अगर आप नहीं कर पाए तो उसके बाद के चुनाव में आपकी हार होनी चाहिए।
पाँचवा कदम: आर्थिक क्रांतिका नेतृत्व। सिर्फ मधेस में ही नहीं सारे देश में। और सिर्फ नेपाल में ही नहीं सारे दक्षिण एशिया में।
छठा कदम: दक्षिण एशिया का राजनीतिक एकीकरण। विश्व शक्ति बनना।
दुसरा कदम हुवा पार्टी की स्थापना।
तीसरा कदम: संगठन विस्तार। लक्ष्य लिए हुवे हैं कि १० लाख सदस्य बनाएंगे। ये हुइ न बात। १० लाख सदस्य अगर बना लेते हैं तो नेपाली सबसे बड़ी पार्टी ही बन जाएगी। सारे नेपाल पर शासन कर सकते हैं तो फिर मधेस अलग देशकी क्या जरुरत?
चौथा कदम: फोरम और राजपा के साथ एकीकरण। उतना करने के बाद उसके बाद के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। उस समय तक में या उसके तुरन्त बाद तक में मधेस का राजनीतिक समस्या समाधान हो जाने की प्रचुर संभावना है। देशकी सबसे बड़ी पार्टी बन गए फिर भी मधेसका समस्या समाधान अगर आप नहीं कर पाए तो उसके बाद के चुनाव में आपकी हार होनी चाहिए।
पाँचवा कदम: आर्थिक क्रांतिका नेतृत्व। सिर्फ मधेस में ही नहीं सारे देश में। और सिर्फ नेपाल में ही नहीं सारे दक्षिण एशिया में।
छठा कदम: दक्षिण एशिया का राजनीतिक एकीकरण। विश्व शक्ति बनना।