पिछले ३० सालों से लो लुटतंत्र चलता आ रहा है और जो नेता, कर्मचारी, कार्यकर्ता, व्यापारी, माफिया दलाल सब उसमें लगे हुवे हैं उसका तो सफाया होना है। नेपाली कांग्रेस राष्ट्रिय पंचायत के कितने चुनाव लड़ी थी? कुछ कांग्रेसी फिर भी लड़ लेते थे। लेकिन पार्टी लड़ी थी?
जनमत पार्टी को तो आंदोलन करना है।
लुटतंत्र के हिस्सेदार पार्टीयो में नयी पिढ़ी पुरानी पिढ़ी की बात ही कहाँ पैदा होती है? पंचायत में कम उम्र के लोग नहीं शामिल थे?
जनमत पार्टी को तो आंदोलन करना है। आंदोलन के बल पर तीन तहका चुनाव स्वीप करना है।
उम्र कम होने से होता तो रविन्द्र मिश्र के बाल सब पके हुवे हैं लेकिन उम्र तो कम ही है।
जनकारवाही अहिंसात्मक होगा। ये तो जनमत पार्टी है, माओवादी थोड़े है?
जनकारवाही जनक्रांति के लिए रास्ता बनाएगी।
लुटतंत्र का सफाया।
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