बिगुल फुक दो
दुनिया को पता चले
ये आर कि पार की लड़ाई है
आर्यभट्ट ने शुन्य दिया
उस पर आज सारी दुनिया टिकी हुवी है
बुद्ध ने दुनिया को दिया पहला गणतंत्र
वही सारे दुनिया का भविष्य है
हमारे तिरहुतिया फ़ौज ने बक्सा
पृथ्वी नारायण का जान
अशोकाका चक्र तिरंगा में फहराता
सीता पर बहुत हुवा अन्याय
उस पर हम राजा जनक के दरबार में
फरियाद करेंगे
हिमाल से गंगा तक फिर फैलेंगे हम
फुक दो
शंखघोष करो
कि दुनिया को पता चले
दुनिया को पता चले
ये आर कि पार की लड़ाई है
आर्यभट्ट ने शुन्य दिया
उस पर आज सारी दुनिया टिकी हुवी है
बुद्ध ने दुनिया को दिया पहला गणतंत्र
वही सारे दुनिया का भविष्य है
हमारे तिरहुतिया फ़ौज ने बक्सा
पृथ्वी नारायण का जान
अशोकाका चक्र तिरंगा में फहराता
सीता पर बहुत हुवा अन्याय
उस पर हम राजा जनक के दरबार में
फरियाद करेंगे
हिमाल से गंगा तक फिर फैलेंगे हम
फुक दो
शंखघोष करो
कि दुनिया को पता चले
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