जिन लोगों ने लिखा उन लोगों ने बहुत सोंच समझ के लिखा, जो हम चाहते हैं उसका विरोध उन लोगों ने उस समय किया जब उनके पास एक तिहाई ताकत भी नहीं थी संसद में। ख्वाब मत देखो। यथार्थ की धरातल पर आओ। मधेसी जनजाति एकता मधेस देश के लिए होगी पहले। उसके बाद हम उनको भी मदत करेंगे, अगर बो मदत मांगते हैं तो।
Course Correction का कोइ संभावना नहीं है, मधेस अलग देश की पुरी तैयारी करो। खुद मांगोगे भिख तो वो तुमको भिखमंगा बोलते हैं तो कौन सी गलती करते हैं? आजादी काठमाण्डु से आकाशवाणी बन के नहीं आएगी। आजादी की आवाज निकलेगी तो तुम्हारे सीने से।
गुलामी की जंजीर को तोड़ दो।
मधेश देश की झंडा और राष्ट्रिय गान, उसका निर्णय संविधान सभा को करना है। अभी उस पर कोई निर्णय नहीं।
संघीयतावादी को हमने एक महिना दिया। अब उनका समय ख़त्म। अब सब संघीयतावादी मधेसी स्वराज के रास्ते पर कृपया आवें। तलब भत्ता मिलेगी, सब जनकपुर आ जाओ।
आश्विन संग्राम और बल प्रयोग
विद्वान लोगों की सलाह
हामीलाई पहिलो मान्यता दिने देश भारत नहुन पनि सक्छ
दुई वर्ष पर्खिन सकिँदैन
Licchavi Era
I Am Pessimistic
गंगा जमुना सरस्वती: मधेसी जनजाति दलित
नागरिकता बाट कसै लाई वंचित गर्नु मानव अधिकार को हनन
स्वतंत्रता का पदचाप हरु
तलब भत्ता तो हम भी तो देंगे
हिंसा बारे महात्मा गांधी
आश्विन संग्राम
चिन्ता का ती रेखा हरु
यो संघीयता हुँदै होइन
झुठा मुद्दा वापस लो, जितेंद्र सोनल को रिहा करो
मधेसी: तीनबाहुनदलवादी, संघीयतावादी र स्वराजी
खस अहंकारवादी ले वास्तवमा भन्न चाहेको कुरा
देश टुक्रिन परे
क्रांति मुठभेड़ तर्फ गएमा
Course Correction का कोइ संभावना नहीं है, मधेस अलग देश की पुरी तैयारी करो। खुद मांगोगे भिख तो वो तुमको भिखमंगा बोलते हैं तो कौन सी गलती करते हैं? आजादी काठमाण्डु से आकाशवाणी बन के नहीं आएगी। आजादी की आवाज निकलेगी तो तुम्हारे सीने से।
गुलामी की जंजीर को तोड़ दो।
मधेश देश की झंडा और राष्ट्रिय गान, उसका निर्णय संविधान सभा को करना है। अभी उस पर कोई निर्णय नहीं।
संघीयतावादी को हमने एक महिना दिया। अब उनका समय ख़त्म। अब सब संघीयतावादी मधेसी स्वराज के रास्ते पर कृपया आवें। तलब भत्ता मिलेगी, सब जनकपुर आ जाओ।
आश्विन संग्राम और बल प्रयोग
विद्वान लोगों की सलाह
हामीलाई पहिलो मान्यता दिने देश भारत नहुन पनि सक्छ
दुई वर्ष पर्खिन सकिँदैन
Licchavi Era
I Am Pessimistic
गंगा जमुना सरस्वती: मधेसी जनजाति दलित
नागरिकता बाट कसै लाई वंचित गर्नु मानव अधिकार को हनन
स्वतंत्रता का पदचाप हरु
तलब भत्ता तो हम भी तो देंगे
हिंसा बारे महात्मा गांधी
आश्विन संग्राम
चिन्ता का ती रेखा हरु
यो संघीयता हुँदै होइन
झुठा मुद्दा वापस लो, जितेंद्र सोनल को रिहा करो
मधेसी: तीनबाहुनदलवादी, संघीयतावादी र स्वराजी
खस अहंकारवादी ले वास्तवमा भन्न चाहेको कुरा
देश टुक्रिन परे
क्रांति मुठभेड़ तर्फ गएमा
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