जब मधेसी मोर्चा के ५० सभासद काठमाण्डु से जनकपुर आएंगे और अंतरिम संसदकी सदस्यता लेंगे, ये तो नहीं कि वो उपवास करेंगे। तलब भत्ता हम भी तो देंगे। ये स्वतंत्रता संग्राम आर्थिक क्रांति की नींव राखी जा रही है।
मधेस अलग देश होते ही, और सभी सरकारी कार्यालय, चौकी, ब्यारेक कब्ज़ा होते ही, मधेस फिर से चालु। कल कारखाना टैक्स देना शुरू करेंगे। बॉर्डर पर जो आय होता है वो फिर से होने लगेगा। सौ दो सौ अरब तो पहले ही महिने में आ जाने चाहिए।
ये देश बनने जा रहा है।
मधेस अलग देश होते ही, और सभी सरकारी कार्यालय, चौकी, ब्यारेक कब्ज़ा होते ही, मधेस फिर से चालु। कल कारखाना टैक्स देना शुरू करेंगे। बॉर्डर पर जो आय होता है वो फिर से होने लगेगा। सौ दो सौ अरब तो पहले ही महिने में आ जाने चाहिए।
ये देश बनने जा रहा है।
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