The only full timer out of the 200,000 Nepalis in the US to work for Nepal's democracy and social justice movements in 2005-06.
Friday, October 12, 2007
मधेशी मोर्चाका िनर्माण अौर तराई खुला रखनेकी रणनीित
Video: Madhesi Leaders
माअोवादी अौर एमालेवाले यकायक सात पार्टी गठबन्धनकी बात करने लगे हैं। न कोइ मीिटङ हुइ, न कोइअौपचािरक छलफल हुवा, न कोइ िनर्णय िलया गया। यकायक अाठ पार्टी गठबन्धनसे सद्भावना गायब है। वैसे तो मुझे पहाडी prejudice का कोइ proof नहीं चािहए, वो मुझे न्यु यर्कमें बैठे बैठे िमल जाता है। यहाँकेपहाडीयोका भी िदल गन्दा है। कुछो फर्क नहीं है। यहाँका पहिरया वहाँका पहिरया जैसा ही है।
ये लोग अब सात पार्टी गठबन्धनको मजबुत बनानेमें लगे हैं। इसको अब सात पार्टी गठबन्धन नहीं, पहाडीगठबन्धन कहा जाए तो ज्यादा accurate रहेगा।
वैसे भी फोरमवाले िशकायत करते थे, िक सद्भावना तो सत्तामें है, वो मधेशी पार्टी कैसे हुवा? अमेरीकामें कालासमुदायमें कुछ लोग कहते हैं, He reads, he is acting white। याने िक पावरमें रहना तो पहाडीयोका काम है, सद्भावना अगर पावरमें रहेगी तो वो मधेशी पार्टी कैसे हुइ?
मधेशी अान्दोलनका मकसद ही है मधेशीको सत्तामें न्यायपुर्ण साझेदारी िदलाना। लेिकन एक िमनट अापकाही बात मानते हैं, तो अब तो सद्भावना पावरमें भी नहीं है। अब तो अाप लोग एक दुसरे से गप्प किरए। न्युयर्कमें उपेन्द्र यादवजी से गप्प हुई तो मैने पुछा अाप लोगोका सद्भावनासे कैसा सम्बन्ध है? "दोस्ती भी नहींहै, दुश्मनी भी नहीं है," उन्होने कहा।
सत्तामें रहे पहाडीसे अाप गप्प कर सकते हैं, सत्तामें रहे मधेशीसे अाप गप्प क्यों नहीं कर सकते हैं? खैर अबतो वो लोग सत्तामें भी नही हैं, अब तो गप्प किरए। िगिरजा बन्दर, अापुर्ित मन्त्रालय रोटी, हृदयेश अौरराजेन्द्र दो झगडते िबल्ली।
राजाके शासनके समयमें िजस तरह शुरूमें सात पार्टी अौर माअोवादी नहीं िमले थे, उनको अाठ दलीय मोर्चाबनाने में काफी कसरत करनी पडी, अभी मधेशी अान्दोलनका स्िथित उससे भी बदतर है। राजाके कुके बाद तोकमसेकम सात पार्टी तो एक थे। सद्भावना अौर फोरम एक होनेका बात तो छोिडइ, खुद वो दोनो अपने िभतरएक नहीं हैं।
पहाडी सत्ता अौर शोषणका सयकडो सालका जो इितहास है वो अभी भी कायम है।
मधेशी जनता ने २१ िदनवाली मधेशी क्रान्ितके दौरान प्रमािणत कर िदया। अब नेता लोगोको अपने अापकोप्रमािणत करनी होगी अौर उसमें वो लोग चुक रहे हैं। मधेशी क्रान्ितके बाद जनता अागे नेता िपछेवाली बातरही है।
हम लोगोको sequence िमलाके चलना होगा। पहले १२ बुँदावाला सम्झौता होना था, उसके बाद अप्िरल क्रान्ितहोनी थी। उसके बाद संसद पुनर्स्थापना होनी थी, उसके बाद अन्तिरम संिवधान। उसके बाद मधेशी क्रान्ित। उसके बाद संिवधान सभाका चुनाव। मधेशी अान्दोलनको भी उसी तरह sequence िमलाना होगा।
सात पार्टी अौर माअोवादीका एक होना अासान काम नहीं था। काँग्रेसी कहते थे उनसे कैसे िमल सकते हैं? उन्होने हमारे कार्यकर्ताअोका हत्या िकया है। लेिकन िफर भी िमले, सो कैसे? वो लोग Common Minimum Program के concept के तहत िमले। (Common Minimum Program: Constituent Assembly, How To Move Towards A Common Minimum Program?)
वही concept अब मधेशी अान्दोलनको भी लागु करनी होगी। सद्भावनावाले एक रहेंगे िक दो रहेंगे, वो तो वोजाने। फोरमवाले भी खुदका सोंचे। लेिकन Common Minimum Program का concept ऐसा चीज है िकसद्भावना दो पार्टी रहे, फोरम दो पार्टी रहे तो कोइ फर्क नहीं पर्ता है। दो पार्टी रहनेका िनर्णय कर ही िलए हैंतो वो भी ठीक है। लेिकन उसके बाद एक दुसरे से गप्प तो किरए।
प्रथम कदम: मधेशी मोर्चाका िनर्माण
दोनो सद्भावना, दोनो फोरम, दोनो जनतान्त्िरक के नेतृत्वमें एक मधेशी मोर्चाका िनर्माण होना बहुत जरुरीहै। अौर उस मोर्चामें तराईके प्रत्येक बन्दुकधारी पार्टीको समािहत करना जरुरी है। अभी तो इतने सारे हो गएहैं िक सबका मुझे नाम भी ठीकसे याद नहीं रहता है।
उस मोर्चाका पुर्वाधार रहेगा एक तीन सुत्रीय सम्झौता।
# ज्वाला, गोइत अौर अन्य बन्दुकधारी पार्टीयो से काठमाण्डु सरकार अादरपुर्वक शान्ित वार्ता करें नहीं तोतराईमें चुनाव नहीं होने देंगे।
# पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन।
# एक मधेश, एक प्रदेश।
दुसरा कदम: तराई खुला रखनेकी रणनीित
एेरे गैरे नत्थु खैरे िजतने भी छोटे बडे पार्टी हैं तराईमें वो सबके सब पालोिपलो एकके बाद दुसरे करके तराई बन्दकरते रहते हैं। उस लगातारके तराई बन्दसे तराई तबाह तबाह हो गई है। मधेशी मोर्चाका िनर्माण किरए अौर उसके बाद तराई बन्द करनेका अिधकार िसर्फ उस मोर्चाको रहेगी कहके ऐलान कर िदजीए।
अगर प्रथम दो बुँदा सात पहाडी पार्टी मान जाते हैं तब तो उसके बाद कभी तराई बन्द करनी ही नहीं है। उसके बाद तो शिनवार भी मार्केट खुला रिखए। तराईके शहरोमें व्यापारी अौर उद्योगपित कसके कमाएंगे नहीं तो िफर चुनावके िलए वो लोग मधेशी मोर्चाको कसके चन्दा कैसे देंगे?
नहीं अगर सात पहाडी पार्टी प्रथम दो बुँदा न माने तो चरणबद्ध राजनीितक कार्यक्रम किरए। संगठन िवस्तार, कोण सभा, अाम सभा, धर्ना, उसके बाद एक िदन तराई बन्द, उसके एक हप्ते बाद तीन िदन, तब भी न माने तो मधेशी क्रान्ित िफर से होगी। अौर अगर वैसी नौबत अाती है िक मधेशी क्रान्ित िफर से करनी परे तो वो क्रान्ित मधेश राज्यके स्थापनाके बाद ही िवस्राम लेगी।
यानी िक प्रथम दो बात मान जाए तो पहले चुनाव होगी, मधेश राज्यका स्थापना चुनावके बाद। नही, अगर न माने तो मधेश राज्यका स्थापना पहले, चुनाव उसके बाद होगी। तराई के प्रत्येक सरकारी कार्यालयके साइनबोर्ड परसे नेपाल सरकार शब्दो को िमटा कर मधेश सरकार िलख िदया जाएगा।
अन्धेर नगरी चौपट िगिरजा
Thinking Through This Jolt To The Transition
पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन अौर एक मधेश एक प्रदेशका नारा पर्याप्त है
Pradip Nepal: Pahadi Tiger
न्यु यर्कका पहिरयाहरू
The Symbolism Of Girija Giving Mahto's Ministry To Kans Sitaula
My Idea Of A Madhesi Gathering
Congratulations To Rajendra Mahto
Madhesi Movement: Delicate Turn
Federal National Democratic Forum: The Janajati Party
The Madhesi Cause Is On Fire: Put Out The Fire
To Do List For Sadbhavana And MJF
The MJF Must Stay Intact
The MJF Dispute: Got To Seek Middle Ground
उपेन्द्र यादव: सरकार र फोरमबीच सम्झौता
The Madhesi MPs And The Idea Of A New Party
तराई बन्द नहीं संगठन िवस्तार किरए
जयप्रकाश गुप्ता: मधेस आन्दोलनका आग्रह
एक मात्र िमलनिवन्दु: पुर्ण समानुपाितक िनर्वाचन
Issues Of Madhesh
Madhesi Movement Against Khas Chauvinism
पहाडी बाहुन सुजीत ढकाल
No Point Talking, Got To Get Down To Protests
मधेशी मोर्चाके िलए फर्मुला
महेन्द्र, वीरेन्द्र र प्रचण्डका सीडीअो अञ्चलाधीशहरू
Upendra Yadav Book 2
Upendra Yadav Book 1
Lull Before The Storm
Compromise Formula: 75 Multi Member Constituencies
Pahadi Prejudice
Madhesi Alliance Needed
Tehelka: Madhesi
Ridiculous Bahun Poudel
Talk To Goit
एक मधेश एक प्रदेश
Bahun Conspiracy To Hijack Constituent Assembly Elections
उपेन्द्र यादव: संवाद
Rajendra Mahto: Three Hours Of Video
Rajendra Mahto In Town
Violence Is No Solution In the Terai
ICG: Nepal's Troubled Terai Region
Upendra Yadav: Five Hours Of Video
Upendra Yadav Was In Town
समानुपाितक िनर्वाचनको बाहुन फर्मुला मधेशी िवरूद्धको षडयन्त्र हो
तराईमा िहंसाको राजनीितक समाधान छ
जनजाित र दिलतले पार्टी नखोल्नु मानिसक दासता हो
BBC News
कृष्णप्रसाद भट्टराईसंग 10.10.07
साहना प्रधानसँग-26.09.07
रामचन्द्र पौडेल, देव गुरुङसंग-19.09.07
मोहन बैद्य किरणसँग-12.09.07
जेनरल अशोक मेहतासँग-08.10.07
चुनाव स्थगनपछि अब के?-06.10.07
कांग्रेस गणतन्त्रमा गएपछिको प्रभाव-29.07.09
In The News
Millions spent in east for polls preparedness NepalNews Election Commission regional office in Biratnagar has said it spent over Rs 10 million ...... the money was spent on voters' education programmes, trainings and advertisement for the election and compensation of Rs 3,000 per month to over 2,000 volunteers. ...... The office distributed around 100,000 invitation cards to the people asking them to attend voting.
New teachers to be appointed appointment of 12,000 teachers ..... 8,000 teachers will be in the primary level, 2,500 in the lower secondary level and 1,500 in the secondary level.
Special session of the House begins
Maoist round-table meet starts NepalNews Prachanda said government decision to provide three months' salary to PLA personnel has opened a new scope for political consensus. ..... "The new consensus could be on announcement of a republic, full proportional representation system of elections or a referendum," Annapurna Post quoted Prachanda as saying. He also warned to resume stir if consensus could not be reached.
SC denies registering writ against poll suspension
Chure Samaj demands neutral govt The Chure Bhavar Ekta Samaj has demanded formation of a new independent government representing seven parties, agitating groups and civil society members to ensure free election to the constituent assembly on time. ...... The Samaj claimed communal violence and massacres in Tarai had occurred after the government distributed citizenship to non-Nepali nationals and that the government was not serious about the national integrity and nationality. ..... Samaj will resume new phase of protest after the festivals.
NC decides to go against Maoists’ motion in parliament
JTMM-Jwala halts armed activities for 13 days
Tarun Dal UK demands early elections Nepal Tarun Dal is affiliated to Nepali Congress party.
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2 comments:
I think you don't know much about Nepali politics, although you claim that you are in touch with Nepali politics.
For example, rightnow by seven parties, they don't mean they have removed Sadbhavana. It is because two congress are now one. So, eight is now seven. Sadbhavana is still a part.
Sometimes ago, you blamed girija for not giving a Madhesi his ministership.Turned out Mahato's party wrote letter against doing so.
Obviously, your political knowledge is rusty and needs updated.
and why do you have to write in hindi? You speak and write good Nepali. Or even english would be fine. Oh I know why, cause you are half bihari. Ganwar bihari dehati kuchh akal to hain nahin nikla hain blogger banne. Abe edey tu chaprasi banne ka bhi layak nahin hain, nalayak. Padhai wadhai sab chhod diya, kam dhanda to kuch hain nahin. Kam na kaaj ke dushman anaaj ke. Abe gadhe ki dum tu kya sochta hain tu apne jindagi ko kahan le ja raha hain. Bane kam ko bigadna chahta hain, madhesi aur pahadiyon ko ladana chahta hain. Tu brahmano ko to bahot ghrina karta hain aur bahot jalan wa irsya hain tere man me un ke prati. Abe dharti ka bojh tu sachcha nepali madhesi ke naam pe dhabba hain.....
ramji lanka pe attack kar rahe hain 500 bandar chahiye 499 ho gaya ye khabr milte hi chale aana bolo jai ramji ki
dashera diwali ki shubhkamnayen
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